कोलकाता दूरदर्शन व आकाशवाणी कोलकाता के स्थापना दिवस !



कल 21 अगस्त को कोलकाता दूरदर्शन  की स्वर्ण जयंती थी।  कोलकाता व बंगाल  में रहने वाले हरेक को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।








26 अगस्त को कोलकाता और हम बंगालवासियों के लिए एक और सुखद दिन है। जी हाँ, इस दिन आकाशवाणी, All India Radio का 83वां जन्मदिन है। 83 वर्ष पूर्व यानी इसी दिन 1927 में कोलकाता से प्रसारण शुरू हुआ था। पहले इसका कार्यालय 1,  गर्स्टिन प्लेस (आज का बी.बी.डी बाग/डलहौज़ी अंचल) में था। बाद में  15 सितंबर 1958 को इसे इडेन गार्डन के मौज़ूदा भवन में स्थानांतरित किया गया।



1 जनवरी  1936  को Indian State Broadcasting Service के दिल्ली केन्द्र की स्थापना की गई। 8 जून 1936  को इसे All India Radio नाम दिया गया। 1938 में इसे आकाशवाणी नाम दिया गया। कभी सोचा है आपने कि इसका नामकरण 'आकाशवाणी' कैसै पड़ा ?

कवि गुरु रवीन्द्र नाथ ठाकुर रचित कविता पर इसका नाम 'आकाशवाणी' रखा गया। कविता के बोल कुछ यूं हैं : -
 




धौरार आंगिना होईते एई शोनो
उठिलो आकाशवाणी।
औमोर लोकेर मोहिमा दिलो जे
मौर्तोलोकेरे आनि।
सौरोसोतीर आसोन पातिलो
नील गौगोनेर माझे
आलोक बीनार सौभा मौंडोले
मानुषेर बीना बाजे

शुरेर प्रोबाहो धाय शुरोलोके
दूर के से नैय चिनि
कोबी कौल्पोना बोहिया चोलिलो
औलोख शौदामिनी
भाषारौथ धाए पूर्बे-पोश्चिमे
सूर्जो रौथेर शाथी
उधाऊ रोईलो मानोब चित्तो
सौर्गेर सीमानाते।

प्रस्तुति : नीलम शर्मा 'अंशु' 


1 comments:

  1. बहुत अच्छी प्रस्तुति।
    *** भारतीय एकता के लक्ष्य का साधन हिंदी भाषा का प्रचार है! उपयोगी सामग्री।

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Jane Austen
(1775-1817)
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